Raag Bhairav

Raag Bhairav

राग - भैरव

थाट - भैरव

लगने वाले स्वर - रे॒ , ध॒ कोमल स्वर

वर्जित स्वर - कोई नही

वादी - ध॒, संवादी - रे॒

समय - प्रातःकाल

जाति - सम्पूर्ण - सम्पूर्ण

विशेषता - गंभीर प्रकृति।


आरोह : सा रे॒ ग म प, ध॒ नि सां

अवरोह : सां नि ध॒ प, म ग॒ रे॒ सा।

पकड़ : ग म ध॒ s प, म ग म रे॒ s सा।

Jaago Mohan Pyare || Bandish

Bandish lyrics

स्थाई

जागो मोहन प्यारे

सांवरी सूरत मोरे मन भावे

सुंदर लाल हमारे


अंतरा

प्रात समय उठ भानू उदय भयो

ग्वाल बाल सब भूपत ठाढ़े

दरसन के सब भूखे प्यासे

उठयो नंद किशोर

Bandish Notation

स्थाई

ऩि सा ग म | प ध॒ नि सां | रे॒ - सां नि | ध॒ प म ग

सुं s द र | ला s ल ह | मा s s s | s s रे s


अंतरा

प प प प | ध॒ ध॒ नि नि | सां - सां सां | रे॒ - सां -

प्रा s त स | म य उ ठ | भा s नू उ | द य भ यो


ध॒ - ध॒ ध॒ | नि नि सां सां | रे॒ सां सां सां | नि सां ध॒ प

ग्वा s ल बा | s ल स ब | भू s प त | ठा s ढ़े s


ग म प ध॒ | सां नि ध॒ प | म ग म ग | रे॒ - सा -

द र स न | के s स ब | भू s खे s | प्या s से s


ऩि सा ग म | प ध॒ नि सां | रे॒ - सां नि | ध॒ प म ग

उ ठ यो s | नं s द कि | शो s s s | s s र s